Thanks for Showing Your Insterest in All India Dhanak Orgnisation. We will Be in touch with you ASAP. मैं योगेश किरार आपका हार्दिक धन्यवाद् करता हूँ की आपने धानक समाज की वेबसाइट को देखा और हमें सूचित करने के लिया अपना नाम पता दिया. हमने वेबसाइट ये सोच कर बनाई है की आज कंप्यूटर का जमाना है और हमारे समाज के जितने भी पढ़े लिखे लोग है वो कंप्यूटर - इन्टरनेट पर बैठते ही सबसे पहले अपने धानक समाज के बारे में जरुर खोज करेंगे और इस बहाने हमें एक होने का भी मोका मिल जायेगा. हमारी संस्था अखिल भारतीय धानक संगठन जिसका निर्माण स्व. श्री धर्म पाल किरार पूर्व कमिश्नर- भारत सरकार ने किया था और समाज की लड़ाई लड़ने के लिए अपनी कमिश्नर की पोस्ट को 6 वर्ष पहले ही स्तीफा दे दिया क्योंकि सरकारी नोकरी पर रहते हुए वे वो सब नहीं कर सकते थे. अखिल भारतीय धानक संगठन एक केंद्रीय रजिस्टर्ड संस्था है जो की बस धानक समाज के उत्थान एवं एकता के लिए कार्य कर रही है.
हमारे समाज का जो विकास आज होना चाहिए था वो नहीं हुआ, आज भी हमारी जनसख्या का 80 % लोग गरीबी रेखा से निचे रह रहा है उसका बस यही कारन है की हम लोग एक नहीं है. हरिजनों के दुसरे समाज (चमार - जाटव, खटीक, बाल्मीकि,) इन लोगो ने इतनी तरक्की कर ली है की बस ये नाम के ही हरिजन रह गए हैं. इन समाजों के लोग आज केंद्र सरकार में मंत्री, एम् पी, राज्य सरकार में मंत्री, हर जगह सरकारी बोर्ड कमीशन में, आई.ऐ.एस. - आई.पी.एस एवं ज्यादातर सभी बड़ी सरकारी नोक्रियों पर मोजूद हैं और हमारे समाज के जितने हैं आपको पता ही है.
मैं इस बहाने आपसे धानक समाज को एक करने की अपील करता है और समाज को बुराईयों से दूर रखने की अपील करता हूँ. मैं चाहता हूँ की हमारा धानक समाज भी खूब तरक्की करे व् उचाईयों की बुलंदियों को छुए और अपना खोया हुआ हिस्सा जो की और समाज लेने लग रहे हैं पूर्णतया से पा सके. वो जभी हो सकताहै जब हम लोग एक हो जाये और कभी केंद्र व् राज्य सरकारों के आगे हिस्से की बात आये तो सभी एक होके उन्हें दिखा दें के धानक समाज की भी भारीमात्रा में जनसख्या रहती है और कुछ हिस्सा नहीं मिल रहा है. अभी तो सरकार यही जानती है की हरिजन का मतलब सिर्फ चमार- जाटव या बाल्मीकि है इसलिए ये समाज सारे फायदे उठा रहा है चाहे इलेक्शन की पार्टी टिकटें हो या सरकारी नोक्रियों में सलेक्शन या सरकार से आर्थिक सहायता हर जगह इन्हें ही लिया जाता है.
मैं आपका एक बार फिर आपका धन्यवाद् करता हूँ और अगर आप हमारी संस्था का हिस्सा बनना चाहते हैं तो हमारी वेबसाइट से मेम्बरशिप फ़ार्म डाऊनलोड करके उसे भर के हमें मेल कर दें जो की काफी आसान है. और आप आपके इलाके - जिले - शहर में अपने समाज के हालात और जनसँख्या के बारे में अवश्य लिखे.